
विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर साहब ने एक बयान दिया है....
इकोनोमी क्लास भेड़-बकरियों की क्लास है... बात तो सच है... भई इससे एक बात तो साफ हो गई कि देश के लगभग 80 प्रतिशत भेड़-बकरियों को हांकने वाले ये चरवाहे खुद बड़े बददिमाग हैं... तभी तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की ये कड़वी सच्चाई दुनिया के सामने रख दी... कांग्रेस की कथित सादगी की शशि ने बखिया उधेड़कर रख दी है... लगे रहो... वेसे ये वो वही जनाब हैं जो यूएनओ के महासचिव की पद की दौड़ में भारत का झंडा ओढ़े दौड़ रहे थे... भई अच्छा हुआ महासचिव नहीं बने... वर्ना इस सोच-समझ के साथ उस प्रतिष्ठित गद्दी पर बैठते तो बंटाधार कर देते ये ठनठन गोपाल....