Pages

Friday, July 17, 2009

G-8 पर दो शब्द

फिल्म बॉर्डर की लाइनें याद हैं मुझे....
--------------------------------------------

"तुम ही तुम हो तो क्या तुम हो
हम ही हम हैं तो क्या हम हैं"

जी हां, धरती पर वसुधैव कुटुबम्कम को चरितार्थ तभी किया जा सकता है जब G-14 अस्तित्व में आएगा... ताकि सिर्फ
ताकतवर ही नहीं बल्कि कमजोर की आवाज भी वैश्विक स्तर पर सुनी और सुनाई जा सके...

6 comments:

श्यामल सुमन said...

खुलकर बोलने का यह अंदाज पसंद आया।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com

अनिल कान्त said...

सही बात कही आपने ...वैसे डायलोग सही यूज किया

मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति

MUMBAI TIGER मुम्बई टाईगर said...

बहुत सुन्दर

Manoj Singh said...

रौशनी के इस शहर मे मेरा ही घर है बेचिराग.....
इस अंधेरे से तुम्हें मेरा पता मिल जायेगा.....

Manoj Singh said...

रौशनी के इस शहर मे मेरा ही घर है बेचिराग....
इस अंधेरे से तुम्हें मेरा पता मिल जायेगा......


www.manojrajsingh.blogspot.com

मैं बोलूंगी खुलकर said...

ATTENTION EVERYBODY...
THANX FOR THE GENUINE COMMENTS,
BUT U R REQUESTED TO COMMENT ONLY RELATED TO THE ARTICAL... PARTICULARLY